#सारस और लोमड़ी कि कहानी _) 


एक थी लोमड़ी   बड़ी सेयानी करती थी।                                                                                     सादा शैतानी।  उनसे एक दिन _ सारस को दावत पर बुलाया _।                                                                                     



खाना उसने थाली मैं सजाया।                                                                                      खुद से उसने खाया झट से।         सारस देखते राह गया कट से।                

       


 अब सारस ने भी लोमड़ी को                                                                                       सब सिखाने कि ठानी सारस।        ने भी दावत रखी।                                                                                          खिचड़ी उसने सुहाई में रखी।             सारस ने तो झट से खाया।                                                                                         लोमड़ी के हाथ में कुछ भी नही आया।     



शिक्षा:_।       _(   जेसी करनी वैसी भरनी   )।  

(राकेश कुमार ) 26_ jun _ 2022 


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हाथी और सेर की कहानी इन हिंदी।      



हाथी और शेर की कहानी

 

एक बार की बात है एक शेर बेठा बेठा सोच रहा था । उसके पास तेज और मजबूत पंजे और दांत है और वह बहुत ताकत वाला जानवर है। फिर भी जब भी वह एक मोर के बारे में सुनता था वह बहुत ईर्ष्या करता था। क्योंकि जंगल के सारे जानवर मोर की बहुत तारीफ करते थे की वह जब अपने पंख फेलाता है तो बहुत सुन्दर लगता है और जब नाचता है तो अति सुन्दर लगता है यह सारी बातें सुनकर शेर को बहुत ईर्ष्या होती थी ।

इस लिए शेर ने सोचा की क्या इस तरह का जीवन जीने लायक है मैं जंगल का राजा हूँ इतना ताकतवर और सबसे मजबूत और सबसे बहादुर जानवर हूँ फिर भी जंगल के सभी जानवर मोर की तारीफ़ करते है मेरी कोई भी प्रशंसा नहीं करता और यह सोच कर शेर दुखी हो रहा था ।


तभी एक हाथी वंहा से गुजरा हाथी अपने कानों को फड़फड़ाते हुए बहुत ही दुखी हो रहा था यह देख कर शेर ने हाथी से पूछा तेरा तो शरीर इतना बड़ा है और तु बहुत ताकतवर भी है फिर भी तु क्यों इतना दुखी हो रहा है तुझे क्या परेशानी है ।

 

शेर ने सोचा क्यों ना में अपना दुःख इस हाथी के साथ बाँट लू तो शेर ने हाथी से कहा क्या जंगल में कोई ऐसा जानवर है जिसे तुझे ईर्ष्या हो तो तुझे नुक्सान पहुंचा सकता है ।




हाथी और शेर की कहानी

 

यह सुनकर हाथी ने कहा की जंगल का सबसे छोटा जानवर मुझ जेसे विशालकाय और ताकतवर जानवर को परेशान कर सकता है ।

 

इस पर शेर ने पूछा की ऐसा कोनसा छोटा जानवर है जो तुझ जेसे विशालकाय जानवर को परेशान कर सकता है ।

 

तब हाथी ने कहा महाराज वो जानवर इस जंगल का सबसे छोटा जानवर चींटी है जब वो मेरे कान में घुस जाती है तो में दर्द से पागल हो जाता हूँ और कई बार मर जाता हूँ ।

 

तब शेर को समझ आई की वो मोर तो मुझे परेशान भी नहीं करता फिर भी मुझे उससे ईर्ष्या है ईश्वर ने सभी प्राणियों को अलग अलग खूबिया और कमियां दी है और सारी खूबियाँ एक प्राणी में नहीं हो सकती है ।



हाथी और शेर की कहानी 

 

शेर समझ गया कि सबसे मजबूत जीवों में भी कुछ कमियां और कुछ खूबियाँ होती हैं। शेर को अब आत्मविश्वास प्राप्त हो चूका था । और शेर ने निर्णय लिया की अब कभी भी किसी से ईर्ष्या नहीं करेगा ।

 

हम सभी में कुछ कमजोरिया होती हैं। हमें उनके बारे में शिकायत करने के बजाय जीवन में अपनी अच्छी और सुखद चीजों पर ध्यान देना चाहिए।

 शिक्षा :- कभी भी किसी से ईर्ष्या नहीं करनी चाहिए ईश्वर ने सभी को अलग अलग खूबियों दी है ।

 

 

हाथी और शेर के बच्चों की कहानी

 

 

एक बार की बात है एक घने जंगल में एक शेर और एक शेरनी रहते थे । शेरनी  ने दो बच्चों को जन्म दिया। शेर ने शेरनी को घर पर रह कर अपने बच्चों की देखभाल करने के लिए कहा। और खुद शिकार करने के लिए चला गया ।

 

दोस्तों एक दिन शेर किसी भी जानवर का शिकार नहीं कर सका क्योंकि उसके पांव में चोट लग गयी, लेकिन घर के रास्ते में उसे एक छोटा हाथी मिला। वह इसे शेरनी के लिए उपहार के रूप में घर ले गया। लेकिन शेरनी ने उसे खाने की बजाय उसकी मासूमियत को देखकर हाथी के बच्चे को उसी प्यार से अपने शावकों के साथ पाला।


अब शेरनी के तीन बच्चे थे दो शेर और एक हाथी, तीनों बच्चे एक साथ खेलते और खाते । एक दिन तीनों बच्चों ने एक गेंडे को देखा। शेर के शावक गेंडे से लड़ कर उसका शिकार करना चाहते थे। लेकिन हाथी का बच्चा डर रहा था क्योंकि वह शाकाहारी था और गेंडे के बच्चे का शिकार नहीं करना चाहता था इसलिए हाथी के बच्चे ने उन्हें भागने के लिए कहा। इसलिए वे भागकर मां शेरनी के पास गए।



एक बार एक जंगल में एक शेर अकेला बैठा हुआ था। वह अपने बारे में सोच रहा था कि मेरे पास तो तेज धारदार मजबूत पंजे और दांत हैं। साथ ही मैं एक बहुत ही ताकतवर जानवर भी हूं, लेकिन फिर भी जंगल के सारे जानवर हमेशा मोर की ही तारीफ क्यों करते रहते हैं। 



दरअसल, शेर को इस बात से बहुत जलन महसूस होती थी कि सभी जानवर मोर की तारीफ करते थे। जंगल के सभी जानवर कहते थे कि मोर जब भी अपने पंख फैलाकर नाचता है, तो वह बहुत सुंदर लगता है। यही सब सोचकर शेर बहुत दुखी हो रहा था। वह सोच रहा था कि इतना ताकतवर होने और जंगल का राजा होने पर भी कोई उसकी तारीफ नहीं करता है। ऐसे में उसके इस जीवन का क्या मतलब है।


राकेश कुमार  ) _26_ jul_ 2022 

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